हौसला  | Courage Story In Hindi

ऋतु और रानी दो जुड़वा बहने, जिन्हें वायलन बजाना बेहद पसंद था। उनकी इस स्किल से घर वाले भी अनजान नही थे इसलिए उन्हें एक वायलन क्लास में प्रवेश दिलवा दिया गया ।




 अब वे दोनों स्कूल से आ कर वायलन क्लास जाती और घर आकर घंटो प्रैक्टिस किया करती । उन दोनों की ही स्किल दिन पर दिन बेहतर होती जा रही थी। ऋतु और रानी में से कोई भी कम नही थी उनकी गिनती अब क्लास के सबसे उम्दा बच्चो में थी और उन दोनों जैसा वायलन तो मानो कोई क्लास में जानता ही न हो।

एक दिन क्लास खत्म होने के बाद Teacher ने बोला तुम दोनों के लिए एक बहुत अच्छी news है - (दोनो बहने गौर से Teacher को सुनने लगी और साथ इस अच्छी खबर को सुनने की उत्सुकता भी उनके चेहरों पर साफ झलक रही थी।) इस बार की दुर्गा पूजा के वार्षिकोत्सव में पहली बार तुम दोनों को स्टेज पर सबके सामने अपना हुनर अपना telent दिखाना का मौका मिलेगा।

दोनो बहने इस खबर से खुश थी पर साथ ही साथ उनके दिल की धड़कन भी बहुत तेज हो गयी थी की कही कुछ गड़बड़ न हो जाये ।।




But फिर भी वह रात दिन एक कर के तैयारी में लगी रही और फिर दुर्गा पूजा के वार्षिकोत्सव का दिन आ गया ऋतु और रानी अपने मम्मी पापा के साथ स्टेज के सामने से दूसरी सीट पर बैठी थी।
प्रोग्राम शुरू हुए और फिर होस्ट ने annoucemmet किया next praformer में मिस . ऋतु .... इतना सुनते ही ना जाने ऋतु को क्या हुआ वो पसीना पसीना हो गयी माँ पापा के बार बार कहने पर भी वह सीट से हिली तक नही मानो उसे सीट से चिपका दिया गया हो।
होस्ट ने कहा शायद ऋतु जी ठीक नही हैं अगली परफॉर्मेंस के बाद मिस. रानी जी अपना हुनर आप सबके बीच दिखाएंगी।




अब रानी जो की ऋतु की जुड़वा बहन ही थी उसका भी वही हाल हुआ। पर मां के समझाने पर वह जाने को तैयार हो गयी।
रानी ने अपनी पूरी कोशिश के साथ अपने हुनर को दिखया उससे कई जगह गलतियां भी हुई पर रानी रुकी नही और ताली की गड़गड़ाहट के साथ अपने एक्ट की समाप्ति की।

अब दोनों वापस आ कर फिर से अपनी प्रैक्टिस में लग गयी एक दिन फिर से टीचर ने बोला शहर में मेयर के चुनाव की समाप्ति पर एक आयोजन हैं जिस में तुम दोनों भी परफॉर्म करोगी मैंने permission ले ली है।
दोनो ने हाँ में सर हिलाया.....


इस बार भी वही हुआ जहा ऋतु पहले से ज्यादा डरी थी वही रानी पहले परफॉर्मेंस के बाद से आत्मविश्वास से भर गई थी। और जिस कारण से उसने इस बार भी उसने काफी अच्छी परफॉर्मेंस दिया।

So friends , ऋतु और रानी में क्या अंतर था? दोनो जुड़वा बहने थी  दोनो की पसंद एक ही थी दोनो ही एक ही टीचर से क्लास लेती, दोनो ही एक साथ एक बराबर प्रैक्टिस को टाइम देती थी।
पर कमी थी तो आत्मविश्वास और हौसले की।
ऋतु जिस समय पर अपने डर से डर गई  रानी ने उसे जीत लिया और एक के बाद एक अच्छे परफॉर्मेंस देती गयी।

अगर हम डर जाएंगे और समय पर हौसला, साहस नही दिखायँगे तो वो डर बढ़ता ही जायेगा और हम अपने लक्ष्य से दूर हटते ही जायेंगे। अगर आप ठान ले तो जो चाहे कर सकते हैं बस शुरुआत करने के देर हैं फिर आपकी मेहनत के साथ साथ आपकी स्किल आपका हुनर निखरता ही जायेगा बस हार ना माने और लगातार सही दिशा में सही प्रयास करते रहे |





लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद् ||






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